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तीर्थोद्धार का अंतिम पड़ाव सृजन में सहभागिता का आमंत्रण
तीर्थंकर श्री पार्श्वनाथ प्रभू की तपोभूमि श्री उवसग्गहरं पार्श्व तीर्थ नगपुरा-दुर्ग में नवनिर्मित आधुनिक श्री पार्श्व जीव मैत्री धाम (गौशाला) का दिनाँक 15 फरवरी 2024 को छत्तीसगढ़ शासन के उद्योग वाणिज्य एवं श्रममंत्री श्री लखनलाल देवांगन के करकमलों से उद्घाटन सम्पन्न हुआ। सेठ लब्धिनाथ शांतिनाथ पारस ट्रस्ट-श्री उवसग्गहरं पार्श्व तीर्थ प्रबंधन के देखरेख एवं मार्गदर्शन में निर्मित गौशाला की संरचना को माननीय मंत्रीजी सहित अतिथिगण, श्रद्धालुगण ने खूब सराहा।
उल्लेखनीय है कि दि. 15 फरवरी को तीर्थ प्रतिष्ठा की 29 वीं वर्षगांठ का उत्सव था ! प्रातः तीर्थ के जिनालयों में ध्वजारोहण का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ ! दोपहर बजे उत्सव के निश्राप्रदात्री प० पू० साध्वी श्री सुभद्राश्रीजी, प० पू० साध्वी श्री शुभंकरा श्रीजी,प० पू० साध्वी श्री प्रिय स्मिता श्री जी, प० पू० साध्वी डा प्रियवंदना श्री जी म० सा० आदि 10 ठाणा साध्वीवृंद की गरिमामयी उपस्थिति एवं मंगलाचरण से कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ ! तीर्थ के मार्गदर्शक प्रतिष्ठाचार्य गच्छाधिपति प पू आ श्री मद् विजय राजयश सूरीश्वर जी म सा एवं माननीय श्री रमेश बैस महामहिम राज्यपाल महाराष्ट्र द्वारा प्रेषित शुभकामना संदेश का पढन कियागया ! उत्सव में माननीय मंत्री जी के साथ ही विशेष रूप श्री धरमजीत सिंह विधायक तखतपुर, श्री बिसराराम यादव राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पूर्व प्रांत संघचालक, तीर्थभक्त श्री भरत ओसवाल अहमदाबाद. श्री रितेश बैस रायपुर , तीर्थभक्त श्री मुकेश कोठारी-नेपाल, तीर्थभक्त श्रीमती किरणदेवी सुनीलजी जैन-नई दिल्ली, तीर्थभक्त श्री धरमचंद लूनिया ने अतिथि आसंदी को सुशोभित किया! तीर्थ अध्यक्ष श्री गजराज पगारिया, मैनेजिंग ट्रस्टी श्री पुखराज दुगड, वरिष्ठ ट्रस्टी श्री भीखमचंद कोठारी, श्री मूलचंद जैन, श्री पन्नालाल गोलछा श्री पुखराज मुणोत, श्री विजय चोपड़ा, श्री सुरेश बागमार श्री राजेन्द्र गोलछा, श्री चंद्रकुमार फत्ते पुरिया एवं तीर्थभक्त दिलीप मेहता, हर्ष बैद, किशन बैदमुथा, प्रमोद पारख, नगपुरा सरपंच भूपेन्द्र रिगरी, आंचलिक जनप्रतिनिधि रिवेन्द्र यादव, रोहित साहू, बोरई, पीपरछेडी सरपंच, प्रीतपाल बेलचंदन, मंडल अध्यक्ष गिरेश साहू, जयंत देशमुख आदि ने अतिथियों का स्वागत किया।
इस अवसर पर स्वागत भाषण में अध्यक्ष श्री गजराज पगारिया ने कहा कि गौशाला का निर्माण के साथ ही तीर्थ परिसर में पशु चिकित्सालय का निर्माण प्रस्तावित है, यहाँ पर निःशुल्क चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध रहेगा, इससे आँचलिक ग्रामवासियों को लाभ होगा।
उद्घाटन समारोह में गौशाला प्रकल्प की सुंदर संरचना हेतु आर्किटेक्ट श्री पीयूष बैद को ट्रस्ट मंडल की ओर मंत्री श्री लखनलाल देवांगन एवं मंचस्थ अतिथियों ने श्रीफल-शाल साफा माला के साथ प्रशस्ति पत्र देकर सम्माननित किया।
कार्यक्रम में श्री प्रकाश सुराना, जयकुमार बैंद, भंवरलाल पोरवाल, दानमल पोरवाल, महेन्द्र दुगड़, अन्नूप गटागट, अमृत लोढा, दीपक चोपड़ा, मांगीलाल बरडिया वीरेन्द्र डागा, मनीष छाजेड़, श्रममंडल के पूर्व उपाध्यक्ष मदन तालेडा. सुरेश कांकरिया, अशोक सुरानाआदि गणमान्य नागरिको के साथ अंचल के सैकड़ो जन प्रतिनिधि एवं ग्रामीण उपस्थित थे।
गौशाला श्री उवसग्गहरं पार्श्व तीर्थ नगपुरा, दुर्ग में आर्थिक सहयोग के लिए :-
FOR DEVOTEES SENDING DONATIONS FROM OUTSIDE/WITHIN INDIA
Online Payment Through Bank of Baroda Bank Account and Credit Cards: You can send donations to "Shri Uwassaggaharam Parshwa Tirth", Nagpura, Durg, Chhattisgarh, India
You can now make a donation to the "Seth Labdhinath Shantinath Paras Trust" at any of the branches of the Bank of Baroda banks:
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Name of Bank - Bank of Baroda
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IFSC Code - BARB0RASMAD (Fifth Character is Zero)
Gokulam of Shri Uwassaggaharam of Parshwa Tirth spreads the beauty of bhakti. Cow family of Gokulam pay regards to lord Parshwa before sunrise. This cow family they themselves come out without any prior instructions given by anyone, they take blessings by taking round of whole temple.
Everyday a cow does abhishek from its own milk on the feet of Lord Parshwa infront of the main temple, this process is been running since last twenty-five years.This heritage of Gokulam giveup their food and water totally and are engaged in lord’s bhakti from sun set to sun rise. Maharashtra’s Chief Justice of High Court Shri Shah came very early morning from Nagpura to Tirth on Chatra Poonam, He was astonished to see the cow family in the area of main temple but when he came to know about the reality he gave regards to this family. It is no wonder if living beings are enjoing due to lords divine environment created from bhakti in tirth. Weather is in its full aroma throughout year and green trees gives good health which is sourrended by the tirth area.
Such good environment is even enjoined by animals along with humans. Bhaktiras get more deep when cuckoo sings on mango tree it deepens our spirituality when we hear her sweet voice. Birds has made their beautiful nests on the trees of varshi tap guest house which is on main road. Visitors are attracted by the architecture of nests,one can easily watch here goat grants, cow family’s whisper voice and other animals activities. The main important facilities which includes in tirthodhar of this tirth are residence, food and resting place beside as it is knowledge gain centre, place of worship for several devotees.
From the idols of the temple’s Sunkul of Gokulam milk is provided for Pakshall, Ghee for Akhand Joyti and Milk for visitors. Facilities of fodder and water is very good. Feeble and stray animals are also provided shelter here. On the occasion of anniversary of sun 2060 Pratishta Gokulam Vistar Yojna was started under the guidance of Tirthodhar Prarika pu. Sadhvi Shri Manohar shri ji ma.sa. etc thane. Facility of animal checkups were made in large scale along with the other facilities which are provided in Gokulam. Bhakti and animal care combines to fill enthusiasm. This forest of loving nature give equal pleasure to all. The divine environment of this tirth gives peace, love and devotion.
परम उपकारी कविकुलकिरीट महाबसंत सूरिदेव दिव्य आषीषदाता प.पू. श्रीमद् विजय लब्धिसूरीश्वरजी म.सा.
तीर्थ प्रभावक आषीषदाता आचार्य भगवंत प.पू. श्रीमद् विजय विक्रमसूरीश्वरजी म.सा.
तीर्थ पति संबंधित दस्तावेजों के साक्षात्कार प.पू.पं. श्रीमद् अभयसागरजी म.सा.
तीर्थोद्धार मार्गदर्षक प्रतिष्ठाचार्य प.पू. आचार्य भगवंत, प्रज्ञापुरुष श्रीमद् राजयशसूरीश्वरजी म.सा.
तीर्थोद्धार मुहूर्त प्रदाता पूज्य पाद आचार्य भगवंत श्रीमद् विजयरामचंद्र सूरीश्वरजी म.सा.
तीर्थ के रचनाकार साधुता के स्वामी प.पू. श्रीमद् कैलाससागर सूरीश्वरजी म.सा.